"निकेल" नाम की उत्पत्ति जर्मन शब्द "कुफ़्फ़र्निकेल" से हुई है, जिसका अनुवाद "कॉपर-निकेल" है। शब्द "कुफ़र" का अर्थ तांबा है, और "निकल" "निकोलस" से लिया गया है, जो जर्मन लोककथाओं में एक शरारती प्रेत या भूत का जिक्र करता है, जिसके बारे में माना जाता है कि वह खनिकों पर चालें खेलता था। यह नाम 18वीं शताब्दी में सामने आया जब स्वीडन में खनिकों को एक निकल अयस्क का सामना करना पड़ा जो तांबे के अयस्क जैसा था लेकिन उससे तांबा नहीं निकल सका, जिससे यह विश्वास पैदा हुआ कि यह एक भ्रामक पदार्थ था।
- ऐतिहासिक संदर्भ: नाम तांबे के साथ खनिज के प्रारंभिक संबंध को दर्शाता है। जब खनिकों ने निकल युक्त अयस्कों की खोज की, तो उन्होंने गलती से सोचा कि उन्हें तांबे के अयस्क मिल गए हैं, लेकिन वे उनसे तांबा निकालने में असमर्थ थे।
- तत्व की खोज: निकेल को आधिकारिक तौर पर 1751 में स्वीडिश रसायनज्ञ एक्सल फ्रेड्रिक क्रोनस्टेड द्वारा एक विशिष्ट तत्व के रूप में अलग किया गया था। उन्होंने इसे तांबे से अलग एक नई धातु के रूप में पहचाना और पारंपरिक नाम बरकरार रखा।
- प्रतीक: निकल का रासायनिक प्रतीक "नी" है, जो इसके नाम से लिया गया है।